सियासत: केंद्र के खिलाफ राहुल गांधी ने निकाली साइकिल यात्रा, महंगाई कम करो के नारों से गूंजा सदन

कांग्रेस नेता राहुल गांधी की अगुवाई में मंगलवार को विपक्षी पार्टियों ने संसद तक साइकिल मार्च निकाला. संसद में सरकार को पेगासस मामले पर घेरने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्ष की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में कुल 14 विपक्षी दल शामिल हुए थे, बैठक की अगुवाई राहुल गांधी ने की.
इस सप्ताह यह ऐसी दूसरी बैठक थी. कोरोना महामारी को हैंडल करने में सरकार की कथित नाकामी और किसान आंदोलन इस बैठक में चर्चा के अन्य मुद्दे थे. बैठक संसद के बाहर मॉक पार्लियामेंट (mock parliament) आयोजित करने के विकल्प पर चर्चा के लिए आयोजित की गई थी.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ संसद तक ‘सरप्राइज ट्रैक्टर मार्च’ के करीब एक सप्ताह बाद 51 वर्षीय राहुल ने साइकिल की सवारी करके पेट्रो उत्पादों की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने अन्य सांसदों से भी इसमें भागीदारी का आग्रह किया.
राहुल ने कहा, साइकिल से संसद पहुंचकर हम इस मुदे पर सरकार का ध्यान आकर्षित कर सकते हैं. इस दौरान कुछ अन्य नेता भी साइकिल पर सवारी करते नजर आए. तृणमूल कांग्रेस की महुआ मोइत्रा, एनसीपी की सुप्रिया सुले, शिवसेना के संजय राउत और डीएमके की कनिमोझी उन नेताओं में शामिल थीं जिन्होंने विपक्ष की इस मीटिंग में हिस्सा लिया.
ना हमारे चेहरे ज़रूरी हैं, ना हमारे नाम। बस ये ज़रूरी है कि हम जन प्रतिनिधि हैं- हर एक चेहरे में देश की जनता के करोड़ों चेहरे हैं जो महंगाई से परेशान हैं।
यही हैं अच्छे दिन? pic.twitter.com/3V4phAKFZW
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 3, 2021
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को विपक्षी दलों की बैठक बुलाई थी. इस बैठक में करीब 14 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए. जबकि आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी ने इस मीटिंग से किनारा किया.
बैठक में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि हम सभी को एकजुट होना होगा और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ आवाज़ बुलंद करनी होगी. कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दल के नेता संसद में पेगासस जासूसी विवाद के मसले पर संसद में चर्चा चाहते हैं.
पटवारियों के आंदोलन का असर, सरकार को करोड़ों रुपए के राजस्व हो रहा घाटा!
Contact Us
Petrol Diesel Price Today: जारी हुए पेट्रोल-डीजल के नए रेट, जानें आज के दाम
सरकार पर संकट कई तरह के हैं लेकिन सीएम गहलोत की पहचान संकटमोचक के तौर पर