केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज तनोट माता मन्दिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की. साथ ही शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी. अमित शाह, तनोट मंदिर परिसर में पर्यटन विकास केंद्र की आधारशिला रखेंगे, साथ ही वे तनोट माता मंदिर परिसर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन होगा.इसके बाद गृह मंत्री तनोट से जोधपुर एयरपोर्ट के लिए रवाना हो जाएंगे. एयरपोर्ट से होटल तक रास्ते में जगह-जगह अमित शाह का स्वागत कार्यक्रम है. दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक ओबीसी मोर्चा के प्रदेश प्रशिक्षण शिविर में वो शामिल होंगे और ओबीसी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को संबोधित करेंगे. दोपहर 2 बजे रावण के चबूतरे मैदान में बूथ सम्मेलन और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक और सभा को संबोधित करेंगे. अमित शाह शाम 4 बजे जोधपुर से रवाना होंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के गढ़ जोधपुर में बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ अमित शाह की अहम बैठक के अपने मायने हैं. दिलचस्प बात ये है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, ओबीसी समुदाय से आते हैं, जिनकी पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश निर्वाचन क्षेत्रों में अच्छी खासी तादात है.अमित शाह के जरिए बीजेपी पश्चिमी राजस्थान में पार्टी की ताकत को देखना चाहती है और ओबीसी वोट बैंक तक पहुंचना पार्टी की रणनीति में शामिल है. इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी जोधपुर में सैकंड़ों समर्थकों के बीच पहुंची थी. कुल मिलाकर अमित शाह का दौरा 2023 की तैयारी का ही हिस्सा है.
राजस्थान में बीजेपी में सीएम पद के कई दावेदार हैं जोधपुर के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और बीजेपी चीफ सतीश पूनिया सभी राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी के दावेदार हैं. वो बात अगल है कि बीजेपी कह रही है कि इस चुनाव में एक सीएम के साथ नहीं लड़ेंगे.जोधपुर राजस्थान का सबसे बड़ा संभाग है जिसमें छह जिले जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोही और पाली शामिल हैं. ऐसे में अमित शाह का राजस्थान दौरा खासतौर पर जोधपुर में सभा अपने आप में पार्टी के लिए खास हो जाता है.