Alwar:अलवर का सपूत कश्मीर के बांदीपुर में फायरिंग के दौरान शहीद हो गया. अलवर के रैणी के नवलपुरा ग्राम का रहने वाले जितेंद्र 2022 में अग्निवीर सेना भर्ती से सेना में भर्ती हुआ था. जितेंद्र को पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में मिली. ड्यूटी के दौरान गोली लगने से जितेंद्र घायल हुआ और उसके बाद उसकी मौत हो गई. जितेंद्र का पार्थिव शरीर उसके गांव पहुंचा. तो पूरे सैन्य सम्मान के साथ उसका अंतिम संस्कार हुआ. जितेंद्र की अंतिम शव यात्रा में हजारों ग्रामीण मौजूद रहे. इस दौरान देशभक्ति नारे सुनाई दिए.
राजगढ़ थाना क्षेत्र के नवलपुरा-मोरोड कला गांव निवासी एक वीर सपूत जवान जम्मू कश्मीर में सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकी मुठभेड़ में शहीद हो गया. जितेंद्र सिंह के बड़े भाई सुनील ने बताया कि नवलपुरा निवासी जितेन्द्र सिंह तंवर थ्री पैरा एसएफ के पद पर कार्यरत था. उसकी पोस्टिंग कश्मीर के बांदीपुर जिले में थी. जिसकी सर्च आपरेशन के दौरान आतंकवादी हमले में मौत होने की आर्मी मेजर कमांडो द्वारा सूचना मिली थी. जिससे गुरुवार से ही गांव में सन्नाटा पसरा रहा. जितेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार शाम को ग्राम नवलपुरा में पहुंचा. तो माहौल गमगीन हो गया. गांव में जितेंद्र सिंह अमर रहे के नारों से गुंजायमान रहे.
परिजनों ने बताया कि जितेंद्र सिंह 29 दिसम्बर 2022 को जम्मू कश्मीर के पूंछ इलाके में कार्यरत हुआ था. जितेंद्र सिंह के पार्थिव देह उसके बड़े भाई ने मुखाग्नि दी. जितेंद्र सिंह का अंतिम संस्कार सैनिक सशस्त्र सम्मान से किया गया. राष्ट्रीय करनी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल मकराना ने आम फौजी के परिवार के तर्ज पर जितेंद्र के परिजनों को सुविधा मिलने की आवाज उठाई. उन्होंने कहा कि जितेंद्र अग्निवीर सेना भर्ती से सेना में भर्ती हुआ था. जितेंद्र का पार्थिव शरीर देखकर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था.
जितेंद्र सिंह की अभी शादी नहीं हुई थी. उसके शहीद होने की सूचना मिलते ही गांव में मातम पारस गया. आसपास के गांव से लोगों के आने का सिलसिला शुरू हो गया. तो रिश्तेदार भी जितेंद्र के घर पहुंचने लगे. सेना के अधिकारी जितेंद्र का पार्थिव शरीर लेकर उसके पैतृक गांव पहुंचे और परिजनों को तिरंगा दिया. उसके बाद जितेंद्र की अंतिम शव यात्रा निकाली. इस दौरान देशभक्ति नारे सुनाई दिए. तो अंतिम शव यात्रा में हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे. सेना के जवानों द्वारा जितेंद्र सिंह को अंतिम सलामी दी गई. इस दौरान प्रशासन के अधिकारी व जन सैलाब मौजूद रहा. वहां मोजूद सभी की आंखें नम नजर आई.