राजस्थान में लोकसभा चुनाव के बीच ही भाजपा में एक और ‘लेटर बम’ फूटा है। लेकिन इस बार कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने नहीं, वरन पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पानी की मांग को लेकर पत्र लिखा है। इस पत्र में राजेन्द्र राठौड़ ने चुरू जिले में इंदिरा गांधी नहर से पेयजल का मुद्दा उठाया है। उन्होंन जिले में नहर से पीने के पानी की व्यवस्था करने की मांग की है।
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि, “मैं इस पत्र के माध्यम से आपका ध्यान इंदिरा गांधी नहर की रावतसर वितरिका के सफाई एवं मरम्मत हेतु नहरबंदी करने से उत्पन्न भयावह जल संकट एवं जनाक्रोश की ओर आकर्षित करना चाहूंगा। इंदिरा गांधी नहर से मेरे गृह जिले चूरू सहित प्रदेश के करीब 16 जिलों में आंशिक पूर्ण रूप से पेयजल आपूर्ति की जाती है। इसी नहर की रावतसर वितरिका में सिल्ट आदि जमा होने के कारण सफाई व मरम्मत करने के लिए पेयजल आपूर्ति बंद कर देने से काश्तकारों / आमजन में गहरा आक्रोश व्याप्त है। अधीक्षण अभियंता, जल संसाधन विभाग, वृत हनुमानगढ़ द्वारा काश्तकारों एवं जलदाय विभाग को पर्याप्त जलापूर्ति हेतु असमर्थता व्यक्त करते हुए दिनांक 16 मई 2024 से 25 मई 2024 तक रावतसर वितरिका में नहरबंदी करने की जो सहमति दी गई है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है।
मैं आपके संज्ञान में लाना उचित समझता हूं कि इंदिरा गांधी नहर की रावतेर वितरिका के गंधेली हैड से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की नहर कर्मसाना हैड वर्ड्स तक स्थापित है जहां विभाग का 1680 ML वाटर भंडारण निर्मित है। नहरबंदी के दौरान विभाग द्वारा कर्मसाना हैड वर्कस से ललानियां तक विभागीय नहर की सफाई करवाई जा चुकी है यहीं गंधेली हैड से कर्मसाना हैड वर्कर्ट्स तक विभागीय नहर की सफाई का कार्य प्रगतिरत है। मौजूदा भीषण गर्मी के प्रकोप में जहां एक ओर आमजन पानी की बूंद-बूंद के लिए त्राहिमाम कर रहा है, यहीं दूसरी ओर नहरबंदी के फैसले के बाद जलापूर्ति नहीं होने से आमजन पर पेयजल संकट की दोहरी मार पड़ रही है। नहरबंदी के कारण पर्याप्त जलापूर्ति नहीं होने से आमजन धरना-प्रदर्शन करने को मजबूर है।
अतः आपसे अनुरोध है कि वर्तमान समय में भीषण गर्मी के प्रकोप एवं आमजन की पेयजल समस्या को दृष्टिगत रखते हुए इंदिरा गांधी नहर की रावतसर वितरिका से निर्बाध रूप से पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित कराये जाने के संबंध में आवश्यक निर्देश जारी करवाये जाकर, मुझे अनुग्रहीत करावें।”
आपको बता दें हाल ही के दिनों में राजस्थान सरकार में ही कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी सरकार को कई पत्र लिख चुके हैं। किरोड़ी लाल मीणा अब तक भजनलला सरकार को 4 और एक पत्र पीएम मोदी के नाम लिख चुके हैं। मंत्री किरोड़ीलाल मीना ने राजस्थान के चर्चित एकल पट्टा मामले में पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और पूर्व सीएम अशोक गहलोत को लेकर पीएम मोदी को पत्र लिखा है। वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जल जीवन मिशन, ईआरसीपी और ओल्ड एमआरईसी कैम्पस व राजकीय कॉलोनी के पुनर्विकास योजना में घोटाले-धांधली की बात कही है।