क्या था डार्क वेब का सबसे बड़ा डार्क मार्केट, जो बंद हो गया

दुनिया का सबसे बड़ा डार्कवेब का मार्केट, जिसे डार्कमार्केट कहा जाता है, हाल ही में बंद कर दिया गया है. यह कार्रवाई यूरोपोल के सहयोग से एक अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन के तहत की गई है. जर्मन लॉ एनफोर्समेंट ने एक ऑस्ट्रेलियाई व्यक्ति को हिरासत में लिया है, जिसे इन अवैध साइटों को चलाने के लिए जिम्मेदार माना जा रहा है. इस व्यक्ति के पास से अधिकारियों ने 20 सर्वर (Servers) बरामद किए हैं जिन पर इन साइट की होस्टिंग होती थी. जानते हैं कि यह डार्क मार्केट क्या है.
क्या होता है डार्क वेब
डार्क मार्केट को समझने से पहले हमें डार्कवेब को समझना होगा. डार्कमार्केट वह वर्ल्ड वाइड वेब की सामग्री है जिनसे जुड़ने के लिए डार्कनेट से जुड़ना होता है. डार्कनेट इंटरनेट के अंदर मौजूद वह नेटवर्क है जहां खास तरह की सॉफ्टवेयर, पहुंच के लिए खास प्राधिकार की जरूरत होती है. डार्कनेट की गतिविधियों का लेखा जोखा सर्च इंजन नहीं रखते हैं.
क्या हो रहा था इस डार्कमार्केट में
डार्कवेब के जरिए डार्कमार्केट में अवैध खरीद फरोख्त के कारोबार किए जाते हैं जिनकी खबर आधिकारिक तौर पर लगाना बहुत मुश्किल है. इस बाजार में ड्रग्स से लेकर जाली नो, चुराए हुए क्रेडिट कार्डों की जानकारी, आदि चीजों की खरीदी और बिक्री होती है. यूरोपोल को मुताबिक इस कार्रवाई से पहले डार्कमार्केट में करीब 5 लाख यूजर्स और उनके 3.2 लाख ट्रान्जेक्शन काम कर रहे थे.
अब यह जानकारी हासिल करने का होगा प्रयास
यूरोपोल के अनुमान के अनुसार इस साइट ने करीब 14 करोड़ यूरो का कारोबार बिटकॉन और मोनेरो में किया था. अब जप्त किए गए सर्वर के जरिए यूरोपीय अधिकारी खरीदार और विक्रेताओं के आपराधिक ट्रांजेक्शन्स की जानकारी हासिल करने का प्रयास करेंगे.
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