क्या अनोखा है?दुनिया की सबसे पुरानी गुफा पेंटिंग मे

कोरोना संक्रमण के बीच भी पुरातत्व की दुनिया में कई बड़ी खोजों साल 2020 में हुईं. अब इंडोनेशियाई द्वीप में एक गुफा के भीतर 45,500 साल पहले बनी पेंटिंग मिली है. इसे दुनिया का सबसे प्राचीन गुफा चित्र माना जा रहा है. उस दौरान गुफाओं में रहने वाले हमारे पूर्वज कलाप्रेमी थे और गुफाओं की दीवारों को उकेरकर चित्र बनाया करते थे.
इंडोनेशिया के सुलावेसी (Sulawesi) द्वीप में जंगली सूअर की पेंटिंग पाई गई. ये द्वीप लगभग 174,000 स्क्वायर किलोमीटर में फैला हुआ है. एशिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्थित इस द्वीप के बारे में पुरातत्वविदों का मानना रहा कि यहां काफी समय से इंसानों की बसाहट रही होगी. फिलहाल गुफा में भित्तिचित्रों के अलावा ऐसी कई बातें देखी गईं, जिनका जिक्र शोधकर्ताओं ने साइंस एडवांसेज (Science Advances) नाम विज्ञान पत्रिका में किया है.
भित्तिचित्र के नाम पर गुफा में जिस जंगली सुअर का चित्र मिला, उसे लेकर पुरातत्वेत्ता काफी उत्साहित हैं. उनका अनुमान है कि ये चित्र मानव इतिहास में किसी जानवर की आकृति उकेरने का सबसे पहला मौका रहा होगा. कम से कम फिलहाल तक हमें जो प्रमाण मिले हैं, उनसे तो यही लग रहा है.
सुलावेसी द्वीप में शोधकर्ताओं की टीम फील्ड विजिट कर रही थी, इसी दौरान ये खोज हुई. दरअसल इस दौरान सबसे अहम खोज लेंग टेडोंगगने गुफा रही. घाटी में स्थित ये गुफा बाहर से चूना-पत्थर की चट्टानों से ढंककर बंद हो गई. ये कुछ इस तरह छिपी हुई थी कि खुद घाटी में रहने वाले बगिस नाम के स्थानीय नागरिकों ने दावा किया कि वे पहले कभी इस गुफा तक नहीं पहुंच सके थे.
गुफी की पथरीली दीवार पर लाल गेरू से सुअर उकेरा गया था. सुअर के बालों की एक छोटी-सी कलगी दिखती है और आंखों के आसपास सींग की तरह उभरे हुए मसे की तरह आकृति दिखती है. चेहरे के भाव ऐसे हैं, जैसे सुअर दो सुअरों के बीच लड़ाई देख रहा हो या किसी चीज का अवलोकन कर रहा हो.
बता दें कि ये जंगली सुअर दसियों हजारों सालों से इंसानों का पसंदीदा भोजन रहा है. इसका इस्तेमाल वे कई दूसरे तरीकों से भी करते रहे, जैसे ओढ़ने के लिए. यही वो जानवर है, जिसकी सबसे ज्यादा कलाकृतियां अब तक दिखती आई हैं. आहार के अलावा ये सुअर एक और तरह से पाषाण काल में इंसानों के काम आते रहे, जैसे उनकी रचनात्मकता को दिशा देना. पुरातत्वविद और ग्रिफिट यूनिवर्सिटी के शोधार्थी बसारन बुरहान, जो इस टीम में थे, वे बताते हैं कि हजारों साल पहले ही जंगली सुअरों की यह प्रजाति धरती से पूरी तरह से खत्म हो गई.
पुरातत्व की दुनिया में इंडोनेशिया का ये द्वीप काफी अहम माना जा रहा है. ऑस्ट्रेलियन यूनिवर्सिटी प्रेस ने साल 2018 में इसी द्वीप का जिक्र करते हुए एक किताब “The Archaeology of Sulawesi” प्रकाशित की थी. इसमें हिम युग के दौरान दुनिया के सबसे पुराने गुफा चित्रों की बात की गई.
यहां पर hominins का भी कई तरह का प्रमाण मिला. यानी वो श्रेणी जिसमें न केवल हमारी तरह के पूरी तरह से विकसित इंसान आते हैं, बल्कि हमसे ठीक पहले के पूर्वज और पूरी तरह से गायब हो चुके मानवों का भी प्रमाण मिलता है. ऐसा अनुमान लगाया जाता है कि आधुनिक मानव आज से 70 से एक लाख साल पहले अफ्रीका से माइग्रेट होने लगे थे. हालांकि अभी ये नहीं पता चल सका है कि इंडोनेशियाई द्वीप में इंसान कब पहुंचे और कब कॉलोनी की तरह बसने लगे.
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