कोर्ट ने केंद्र और 16 राज्यों से मांगा जवाब – गन्ना किसानों के हैं 15,683 करोड़ रुपये बकाया

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को किसानों के बकाये 15,683 करोड़ रुपये तत्काल जारी करने को लेकर निर्देश देने के अनुरोध वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और उत्तर प्रदेश तथा महाराष्ट्र जैसे 16 गन्ना उत्पादक राज्यों से जवाब मांगा है. याचिका में समयबद्ध तरीके से किसानों के बकाया भुगतान का निर्देश देने का आग्रह किया गया है. चीफ जस्टिस एसए बोबडे और जस्टिस एएस बोपन्ना तथा वी रामसुब्रमणियम की पीठ ने वरिष्ठ अधिवक्ता संजय पारेख की बातों को सुनने के बाद मामले पर सुनवाई करने का फैसला किया.
गन्ना किसानों की आजीविका पर पर पड़ रहा असर
अधिवक्ता ने कहा कि समय पर भुगतान नहीं होने से देश में पांच करोड़ गन्ना किसान और उनपर निर्भर उनके परिजनों की आजीविका पर असर पड़ रहा है. ये किसान और उनके परिवार गुजर बसर के लिये करीब 50 लाख हेक्टेयर में गन्ने की खेती पर निर्भर हैं. उन्होंने कहा कि 11 सितंबर, 2020 तक गन्ना किसानों पर बकाया 15,683 करोड़ रुपये था. इसमें सबसे प्रभावित उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान हैं, जहां की चीनी मिलों पर बकाया 10,174 करोड़ रुपये है.
तत्काल भुगतान के लिए दिए गए निर्देश
वीडियो कांफ्रेन्सिंग के जरिये हुई सुनवाई में पारेख ने कहा, भुगतान में देरी से कई गन्ना किसान आत्महत्या के लिये मजबूर हो रहे हैं. किसानों को तत्काल बकाया भुगतान के अलावा याचिका में प्राधिकरणों को यह भी निर्देश देने का आग्रह किया गया है कि वे चूक करने वाली चीनी मिलों के खिलाफ कार्रवाई करें और प्राथमिकी दर्ज करें. याचिका में गन्ना उद्योग द्वारा किसानों के बकाये का भुगतान नहीं किये जाने की समस्या के अध्ययन के लिये समिति गठित करने का भी निर्देश देने का आग्रह किया गया. साथ ही कानूनी रूपरेखा में यह सुनिश्चित करने के लिये बदलाव करने का अनुरोध किया गया है कि किसानों के बकायों के भुगतान में कोई देरी नहीं हो.
इन निजी चीनी मिलों को हटाने के दिए आदेश
पीठ ने उत्तर प्रदेश के किसान लोकेश कुमार धोदी और नौ अन्य की याचिका पर नोटिस जारी करते हुए निजी चीनी मिलों बजाज हिंदुस्तान शुगर लि., मोदी शुगर मिल्स लि. और सिंभावली शुगर्स लि. का नाम पक्षों की सूची से हटाने का भी आदेश दिया. पीठ ने राज्यों…उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, बिहार, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, ओड़िशा, गोवा और पुडुचेरी…को नोटिस देते हुए किसानों को बकाये का तत्काल भुगतान किये जाने की याचिका पर जवाब देने को कहा है.
Excellent post. Keep posting such kind of information on your site. Kenneth Tancer
Excellent, what a weblog it is! This weblog provides helpful facts to us, keep it up. Kristofer Gregus
Really appreciate you sharing this article post. Thanks Again. Want more. Rudy Dieken
I really liked your blog article. Much thanks again. Cool. Benjamin Apadoca
Wow, great blog article. Really looking forward to read more. Awesome. Antony Murray
I like the helpful information you supply to your articles. Simon Pellicone
I have recently started a blog, the information you offer on this site has helped me tremendously. Thanks for all of your time & work. Luis Hoth