आमेर महल के आसपास हैं जोखिम भरे स्थान, लापरवाही ऐसी कि पर्यटकों की सुरक्षा भगवान भरोसे !

जयपुर. आमेर एक विश्व प्रसिद्ध पर्यटनस्थल है. आमेर में रोजाना हजारों की संख्या में सैलानी घूमने के लिए पहुंचते हैं. सिर्फ राजस्थान या भारत से ही नहीं बल्कि पूरे विश्व से लोग आमेर घूमने आते है. ‘पधारो म्हारे देश’ और ‘जाने क्या दिख जाए’ जैसे स्लोगन से पावणों को आकर्षित करने वाले प्रदेश में उनके लिए कब, किस किले-महल में मौत आ जाए, इसकी खैर-खबर नहीं. प्राकृतिक आपदाएं होती हैं, लेकिन उनसे बचने के लिए ‘बेसिक मिनिमम इंतजाम’ भी हमारे यहां नहीं है. आमेर महल जैसे सर्वाधिक टूरिस्ट वाले वर्ल्ड फेम मॉन्यूमेंट की ही बात करें, जहां आकाशीय वज्रपात ने हर किसी का दिल दहला दिया, वहां पहली बार ऐसा हादसा नहीं हुआ है. इससे पहले भी बरसात के मौसम में यहां काल बनकर दो बार बड़े जानलेवा हादसे हो चुके हैं.
जिसका ताजा उदाहरण रविवार 11 जुलाई 2021 की देर शाम को देखने को मिला. जब आमेर महल के सामने पहाड़ी पर स्थित वॉच टावर पर आकाशीय बिजली गिरने से लोगों की जान आफत में पड़ गई. करीब 30 लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए. जिनमें से 11 लोगों की मौत हो गई है तो वहीं, करीब 15 से अधिक लोग घायल हो गए.
आकाशीय बिजली गिरने से पहले भी हो चुकें है ये दो बड़े हादसे:
अप्रैल 2013 में भी मावठे की छतरी पर बिजली गिरने से दो लोगों की मौत हुई थी. इनमें एक टूरिस्ट थे तो दूसरे यहां दशकों से चुग्गा डालने वाले शख्स के लिए काल बनकर आया था. इसके बाद मई 2019 में महल के भीतर ही जलेब चौक में हाथी रैंप के पास बिजली गिरने से जनहानि तो बच गई, लेकिन लाखों रुपए के बिजली उपकरणों को नुकसान हुआ.
आमेर में वॉच टावर के आसपास लोगों का घूमना एक बड़ी लापरवाही:
आपको बता दे की आमेर में वॉच टावर के अलावा भी ऐसी कई जगह है, जहां पर टूरिस्ट घूमने के लिए पहुंचते हैं. और उनकी जान जोखिम में पड़ जाती है. आमेर के सामने स्थित वॉच टावर पर रविवार को आकाशीय बिजली गिरने से बड़ा हादसा हुआ. यह एक प्राकृतिक आपदा था, लेकिन देर शाम ऊंची पहाड़ी पर जहां चारों तरफ जंगल है.ऐसी जगह लोगों का घूमना एक बड़ी लापरवाही है. जंगल में पैंथर समेत अन्य खतरनाक वन्यजीवों का भी विचरण रहता है. ऐसी जगह पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम होने चाहिए. रात के अंधेरे में यहां पर वन्यजीवों का भी खतरा रहता है, ऐसे में लोगों को घूमने के लिए समय निर्धारित होना चाहिए.
आमेर महल के आसपास हैं जोखिम भरे स्थान:
इसके साथ ही आमेर मावठा झील, सागर बांध, पन्ना मीना कुंड, नाहरगढ़ किला, जयगढ़ किला, भूतेश्वर महादेव मंदिर समेत अनेक स्थल है, जहां पर पर्यटकों की जान को खतरी है. आमेर मावठा में भी कई बार लोगों के गिरने से हादसे हो चुके हैं, सागर झील में भी पर्यटक की जान को जोखिम रहता है. हालांकि मावठा झील और पन्ना मीना कुंड पर होमगार्ड और गोताखोर तैनात किए जाते हैं, लेकिन इसके बावजूद भी कई बार हादसे हो जाते हैं.
आमेर महल पर एक नजर:
(1) 64,051 (sqm) ग्राउंड एरिया
(2) 25000 (sqm) बिल्टअप एरिया पैलेस
(3) 8 फ्लोर
(4) 9 कॉर्ट
(5) 3 बगीचे
(6) 2 फाउंटेन
(7) 2 मंदिर
(8) 10 गेट
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