राजस्थान में इस दफा एक बार फिर कांग्रेस की सरकार या बदलाव होगा फैसला 3 दिसंबर को आना है. दोनों बड़े दल यानी कांग्रेस और बीजेपी अपनी अपनी जीत के दावे भी कर रहे हैं. जनता के बीच मौजूदा सीएम अशोक गहलोत अपने कार्यकाल की कामयाबियों का बखान कर रहे हैं. तो वहीं बीजेपी जनता को यह समझाने की कोशिश कर रही है कि पिछले पांच वर्षों में गहलोत सरकार हर मोर्चे पर नाकाम रही है. चुनावी समर में कांग्रेस और बीजेपी के रणबांकुरे एक दूसरे के खिलाफ शब्दों के जरिए वार कर रहे हैं. इन सबके बीच दोनों दल उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी करने वाले हैं. कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि यह चुनाव उन लोगों को संदेश देने वाला है जो नफरत की राजनीति करते हैं. यह चुनाव उन लोगों के खिलाफ संदेश है जिनके लिए बड़े बड़े औद्योगिक घरानों के हित मायने रखते हैं. इन आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी के नेता कहते हैं कि पिछले पांच वर्षों में कांग्रेस की सरकार ने लोगों के अरमानों पर पानी फेर दिया. कांग्रेस के पास अपनी कामयाबी बताने के लिए कुछ भी नहीं है लिहाजा वे इस तरह का आरोप लगा रहे हैं.