एसीबी ने मंगलवार को जयपुर में दो सरकारी अफसरों के घर सर्च किया। इस दौरान दोनों के पास करीब 6.5 करोड़ और 16.31 करोड़ की प्रोपर्टी मिली है। इनमें से डीओआईटी में सूचना सहायक अभी सस्पेंड प्रतिभा कमल के आवास पर सर्च के दौरान 6.5 करोड़ की संपत्ति मिली है। वहीं, जयपुर विधुत वितरण निगम लिमिटेड में 70 हजार सैलरी पाने वाले सहायक लेखाधिकारी दीपक कुमार गुप्ता के पास 16.31 करोड़ की संपत्तियां मिली हैं। दोनों के घर में जब सर्च किया तो जो सामान मिला उसे देख एसीबी की टीम भी हैरान रह गई।एसीबी के अधिकारी पहले बार दीपक और कमल के लॉकर को लेकर उत्सुक हैं। क्यों की जिन के घर से करोड़ों रुपए के दस्तावेज और लाखों रुपए की नगदी मिली हैं। उनके एक दर्जन से अधिक बैंक लॉकरों में क्या निकलेगा। एसीबी के अधिकारी आज दोनों अधिकारियों के 15 से अधिक बैंक लॉकरों को खोलेगी। प्रतिभा कमल के जयपुर में अलग-अलग बैंक में 11 खाते हैं। वहीं, दीपक गुप्ता के भी 4 बैंक खाते अभी तक सामने आए हैं। सभी बैंक खातों में लॉकर लिए गए हैं। जिन्हे आज बैंक अधिकारियों की मौजूदगी में खोला जाएगा।एसीबी डीजी बीएल सोनी ने बताया कि एसीबी की जांच में सामने आया है कि दीपक कुमार के पास वैध आय से लगभग 1200 प्रतिशत ज्यादा प्रोपर्टी मिली है। वहीं, प्रतिभा कमल के पास 1300 प्रतिशत संपत्ति ज्यादा है। दीपक के कुल पांच ठिकानों पर एसीबी ने सर्च किया। इसमें दीपक के पास जयपुर में ही 17 प्लॉट मिले हैं। इनमें मकान, दुकान, जमीन और फ्लैट भी शामिल हैं। म्यूचल फंड, इन्श्योरेन्स आदि में इन्वेस्ट कर रखा है।
आरोपी दीपक ने चित्रकूट में एक आलीशान आधुनिक सुख-सुविधाओं वाला (होम थियेटर, लिफ्ट, जिम) बंगला बना रखा है। इसके अतिरिक्त मानसरोवर जयपुर में एक होटल भी बना रखी है। आरोपी के जयपुर स्थित मकान से 14.33 लाख रुपए कैश, 1.30 किलो सोने के गहने मिले हैं। इन गहनों में 3 भारी हार, दो ब्रेसलेट, छह सोने की चैन, सोने की चूडियां मिली हैं। 20 किलो चांदी के गहने भी मिले हैं।
दीपक और उसकी पत्नी के नाम से ये प्रोपर्टी मिली
- दीपक के नाम 5 34 एसएफएस मानसरोवर
- पत्नी के नाम 55 वर्गगज का प्लाट चित्रकूट में
- पत्नी के नाम 1 बीघा 99 बिस्सा फागी में जमीन
- पत्नी के नाम फागी में ग्राम माधोराजपुरा तहसील में 1 बीघा जमीन
- पत्नी के नाम से फागी में 1 बीघा बारानी जमीन
- पत्नी के नाम से तहसील फागी जयपुर में कृषि भूमि 1 बीघा 9 बिस्वा जमीन
- पत्नी के नाम से आवासीय योजना गोपाल विहार 86 वर्गगज जमीन
- पत्नी के नाम से करतारपुरा में प्लाट नम्बर 40
पिता की जगह नौकरी मिली थी
गुप्ता मूलत: बस्सी के बनाड़ा के रहने वाले हैं। 1995 में पिता की जगह एलडीसी पद पर अनुकंपा नियुक्ति लगी। विभागीय परीक्षा देकर 2005 में जूनियर अकाउंटेंट बने। जयपुर डिस्कॉम के एएओ दीपक कुमार को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी। पैसे की भूख और लग्जरी लाइफ ने दीपक के घर में भ्रष्टाचार फैला दिया था। शहर में प्रॉपर्टी खरीदकर वह बड़ा आदमी बनना चाहता था। साल 2018 में चित्रकूट में ढाई सौ वर्गगज के प्लॉट में शानदार घर बनवाया है। इस लग्जरी घर में महंगा इंटीरियर लगाया गया। इसके अलावा एफएसएफ में 4 मंजिला मकान को किराए पर दे रखा है। आलीशान घर में लिफ्ट, सेंसर वाले पंखे-दरवाजे और लाइट वाला फव्वारा, लग्जरी होम थियेटर, चाउ-चाउ चाइनीज नस्ल के दो डॉगी, अफ्रीकन ग्रे नस्ल का तोता, सोने की दो घड़ियों सहित अन्य विदेशी घड़ियां, बेशकीमती झूमर, महंगे होम अपलाइंसेस, 13 एसी, लाइट वाला फवारा, महंगे कारपेट मिले हैं।