शाहपुरा के कोटड़ी नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप कर कोयले की भट्टी में जिंदा जलाने के मामले में दोनों दोषी सगे भाई कालू व कान्हा को आज कोर्ट ने फांसी की सजा सुनाई है। बता दें शाहपुरा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में 2 अगस्त 2023 को अपने खेत पर बकरियां चराने गई नाबालिग बालिका के साथ सामूहिक दुष्कर्म कर जिंदा कोयले की भट्टी में जलाने के मामले में शनिवार को भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट ने दो आरोपियों पर दोषी करार दिया था। वहीं, सात महिला-पुरुष आरोपियों को दोष मुक्त कर दिया था।दरअसल, भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट-2 ने दो दिन पहले यानी शनिवार को 9 में से दो मुख्य आरोपी कालू और कान्हा को दोषी करार दिया था। जबकि सात आरोपियों को बरी कर दिया था। कोर्ट ने फैसला सोमवार तक के लिए सुरक्षित रख लिया था। आज कोर्ट ने कालू और कान्हा को मौत की सजा सुनाई।
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने फैसले का किया स्वागत
इस मामले को लेकर पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने X पर लिखा कि, अगस्त 2023 में भीलवाड़ा के कोटड़ी में बालिका से दुष्कर्म एवं हत्या के मामले में अदालत से दोषियों को मृत्युदंड की सजा का फैसला स्वागतयोग्य है। उस समय हमारी सरकार ने इस घटना के आरोपियों पर कार्रवाई करते इनकी त्वरित गिरफ्तारी की थी। उस समय एडीजी क्राइम को घटनास्थल पर भेजा गया एवं केस ऑफिसर स्कीम के तहत इस केस को लिया गया। करीब एक महीने में ही इस केस की चार्जशीट दायर कर दी गई थी। आज करीब 10 महीने के अंदर ही इन दोषियों को सजा सुनाई गई है।
बता दें सुनवाई के दौरान कोर्ट में पीड़िता के माता-पिता भी मौजूद थे। जज ने इस मामले को रेयरेस्ट ऑफ रेयर माना। फैसला सुनकर पीड़िता की मां ने कहा कि आज हमें न्याय मिल गया। जिन सात आरोपियों को बरी किया है, उनमें दोनों दोषियों की पत्नी, मां, बहन और अन्य शामिल हैं। वहीं लोक अभियोजक (सरकारी वकील) महावीर किसनावत ने बताया- नाबालिग लड़की को पिछले साल अगस्त में गैंगरेप के बाद कोयले की भट्ठी में जिंदा जला दिया गया था। पुलिस ने एक महीने के अंदर 473 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की थी। इसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए थे। कोर्ट ने भी इस हत्याकांड को जघन्य अपराध माना है।
यह था पूरा मामला
शाहपुरा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में 2 अगस्त 2023 को एक सनसनीखेज मामला सामने आया था। एक नाबालिग लड़की जो अपने खेत पर बकरियां चराने गई थी, उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म करके जिंदा ही कोयले की भट्टी में जला दिया गया था। लड़की जब शाम तक अपने घर नहीं लौटी तो गांव वालों ने बालिका की तलाश की। खोजते-खोजते लड़की की बॉडी के अवशेष 3 अगस्त की सुबह खेत पर संचालित कोयले की भट्टी में मिले। इसके बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश फैल गया था।