राजस्थान में बीजेपी ने 30 साल का रिवाज कायम करते हुए अल्टरनेट गर्वनमेंट के रूप में वापसी कर ली है. यहां बीजेपी को 115, कांग्रेस को 69 और निर्दलीय को 8 सीटें मिली हैं. वहीं बसपा को महज 2, भारतीय आदिवासी पार्टी 3, RLD और RLP को एक-एक सीटें मिली हैं. ध्यान देने वाली बात है कि आरएलडी ने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में महज एक उम्मीदवार को उतारा था. इस तरह कांग्रेस पार्टी के पास 70 विधायक हैं.
फलोदी सट्टा बाजार में सीएम फेस पर दांव शुरू
इधर फलोदी सट्टा बाजार में सीएम फेस को लेकर दांव शुरू हो गए हैं. सटोरियों की मानें तो अभी भी वसुंधरा राजे की मुख्यमंत्री चेहरे की प्रबल दावेदार हैं. दूसरे नंबर पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला हैं जिनपर बीजेपी हाईकमान दांव खेल सकती है. सट्टा बाजार ने बाबा बालकनाथ के सीएम बनने की संभावना से साफ इनकार कर दिया.
राजे नहीं बनीं सीएम तो…
इधर सट्टा बाजार ने ये भी आशंका जताई है कि यदि राजे सीएम नहीं बनीं तो बीजेपी के कुछ विधायक उनके साथ टूट सकते हैं. ये कांग्रेस को समर्थन देकर सरकार बना सकते हैं. हालांकि एक एक अनुमान है. इधर राजे के आवास पर बीजेपी के उनके समर्थक विधायक पहुंचने लगे हैं.