राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री किरोड़ीलाल मीणा (Kirodilal Meena) के इस्तीफे को लेकर जमकर राजनीति हो रही है. कांग्रेस पार्टी और उसके नेता लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं. क्योंकि चुनाव के समय किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर पूर्वी राजस्थान की 7 सीटों में से बीजेपी (BJP) एक भी हारती है तो वह इस्तीफा दे देंगे. हालांकि किरोड़ीलाल मीणा ने अब जो बयान दिया है उससे लगता है कि वह इस्तीफा देने के मूड में बिल्कुल नहीं हैं.
सात में से 4 सीट हार गई बीजेपी
लोकसभा चुनावों के दौरान डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने कहा था कि अगर बीजेपी उम्मीदवार दौसा सीट हारा तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इसके बाद उन्होंने घोषणा की थी कि पीएम मोदी ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी है. इन सीटों में से अगर एक भी सीट पर बीजेपी हारी तो वह मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे. इन सात सीटों में से बीजेपी 4 सीटें हार गई जिनमें दौसा, करौली-धौलपुर, टोंक-सवाई माधोपुर और भरतपुर सीट शामिल है.
रिजल्ट के दिन लिखा था- प्राण जाए पर वचन न जाई
लोकसभा चुनावों के रिजल्ट के दौरान बीजेपी को हारते देख किरोड़ीलाल मीणा ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे के संकेत दिए थे. उन्होंने उन्होंने चुनाव परिणामों के बीच सोशल मीडिया पर रामचरित मानस की चौपाई पोस्ट की थी. उन्होंने लिखा था, “रघुकुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाई.”