जोधपुर में कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा का धरने पर बैठने और अपनी ही सरकार के खिलाफ आवाज उठाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. वीडियो में विधायक मरीज के साथ हुई बेईमानी का विरोध कर रही है.कांग्रेसविधायकदिव्यामदेरणाने जोधपुर के निजी अस्पताल में ग्रामीण इलाके से आये एक मरीज को चिरंजीवी योजना के लाभ से वंचित करने पर सवाल उठाये. गहलोत सरकार के बहुचर्चित प्रोजेक्ट चिरंजीवी को लेकर श्रीराम अस्पताल में इस दौरान हंगामा हुआ.
बताया जा रहा है कि मरीज का अस्पताल में चिरंजीवी योजना के तहत इलाज नहीं किया गया. जिसके बाद ओसियां की कांग्रेस विधायक दिव्या मदेरणा अस्पताल आई और अस्पताल पर वसूली करने का आरोप लगाया.दिव्यामदेरणा ने कहा कि ग्रामीण इलाकों से आये मरीज से अस्पताल में सवा लाख रुपए लिये और फिर इलाज के बाद उनके परिजनों को 7.50 लाख का बिल थमा दिया. जिसके विरोध में विधायक धरने पर बैठ गयी.
धरने पर बैठी विधायक दिव्या मदेरणा इस दौरान कलेक्टर से लेकर जयपुर तक बात की और मरीज का सवा लाख रुपए वापस लेकर जाने पर अड़ी गई. विधायक दिव्या मदेरणा ने आरोप लगाया कि हॉस्पिटल प्रशासन की ओर से तीन डॉक्टरों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया.
मामले पर अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि चिरंजीवी योजना की जानकारी मरीज के परिजनों को पहले देनी चाहिये. इस बारे में दिव्या का कहना है कि मरीज के शरीर में कोई हरकत नहीं थी उसके परिजन घबराए हुए थे, ऐसे में कैसी चिरंजीवी योजना की याद रहती.
मरीज, जोधपुर के धनारी कलां गांव का 42 साल का जगदीश डूडी है. जगदीश को 7 सिंतबर को हार्ट अटैक आया था जिसके बदा परिजन इलाज के लिए उसे भदवासिया में श्रीराम अस्पताल लेकर आए और इलाज शुरू करावाया. इसी दौरान अस्पताल की तरफ से सवा लाख रुपए जमा करा लिये गये.
आपको बता दें कि जिस निजी अस्पताल में हंगामा हुआ था वो श्रीराम हॉस्पिटल प्रशासन है. विधायक की कोशिश के बाद , अस्पताल के मरीज को 1.10 लाख रुपये रिफंड कर दिए गए हैं और डिस्चार्ज कर दिया गया है.